जनरल सुलेमानी (Qassem Soleimani) के परिवार की बात करें तो वे एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे... जो ईरान के करमन प्रांत में रहता था... 13 साल की उम्र में जनरल सुलेमानी ने मजदूर के तौर पर परिवार की मदद के लिए काम करना शुरू किया... लेकिन 13 साल की उम्र में ही सुलेमानी अयातुल्लाह खेमनई के भाषण सुनने लगे थे... 1979 में ईरान की क्रांति... सुलेमानी के जीवन में भी क्रांति लेकर आई... खबरों के मुताबिक ईरान के पश्चिमी अजरबैजान प्रांत में पहली बार सुलेमानी ने जंग को करीब से देखा... लेकिन, तब उनके पास सिर्फ 6 हफ्ते की टैक्टिकल ट्रेनिंग थी... ईरान-इराक युद्ध के दौरान जनरल सुलेमानी ने इराक बॉर्डर पर अपनी सेनाओं को आगे बढ़कर नेतृत्व किया और युद्ध की समाप्ति के बाद ईरान में नेशनल हीरो बनकर उभरे... जनरल सुलेमानी को कुद्स फोर्स का हेड बने सात साल हो चुके थे... 2005 में इराक में नई सरकार बनी... सुलेमानी ने इराक के पूर्व प्रधानमंत्रियों इब्राहिम अल-जाफरी और नूर अल-मलिकी के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया... और धीरे-धीरे इराक की पॉलिटिक्स पर उनका प्रभाव दिखने लगा... इस बात को ऐसे समझिए कि इराक में एक बद्र संगठन हुआ करता था... ये एक शिया पॉलिटिकल पार्टी और पैरामिलिट्री फोर्स की तरह काम करता था... जिसे इराक में ईरान का सबसे पुराना प्रॉक्सी माना जाता था... प्रॉक्सी मतलब जो इराक में ईरान के लिए काम करता हो... 2005 के बाद बद्र संगठन सरकार के साथ हो गया... क्योंकि 2005 की इराक सरकार में आतंरिक और ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री शिया पॉलिटिकल पार्टी को मिला...